ऑसिलोमेट्रिक विधि (Oscillometric Method) ब्लड प्रेशर मापने की एक आधुनिक और व्यापक रूप से इस्तेमाल की जाने वाली तकनीक है। इसे ठीक से समझने के लिए, आइए हम इसके प्रमुख चरणों और सिद्धांतों को विस्तार से समझते हैं: ### ऑसिलोमेट्रिक विधि का सिद्धांत ऑसिलोमेट्रिक विधि ब्लड प्रेशर मापने के लिए blood vessels वाहिकाओं रक्त प्रवाह के कारण उत्पन्न होने वाले छोटे दबाव परिवर्तनों (ऑसिलेशन) को मापती है। ### ऑसिलोमेट्रिक विधि के चरण 1. **कफ का फुलाना:** - कफ को ऊपरी बांह के चारों ओर लपेटा जाता है और मॉनिटर को चालू करके फुलाया जाता है। कफ का दबाव ब्रैकियल आर्टरी (barkial artery) को संकुचित करता है और रक्त प्रवाह को रोकता है। 2. **कफ का धीरे-धीरे डिफ्लेट होना:** - एक बार जब कफ पूरी तरह से फुला लिया जाता है, तो मॉनिटर धीरे-धीरे कफ का दबाव कम करता है। - जब कफ का दबाव धमनी में सिस्टोलिक ब्लड प्रेशर (हृदय का पंप करने का दबाव) से थोड़ा नीचे आता है, तो रक्त प्रवाह फिर से शुरू होता है, जिससे कफ में छोटे-छोटे दबाव परिवर्तन (ऑसिलेशन) होते हैं। 3. **ऑसिलेशन का पता...